Wipro Q4 Results 2025 | विप्रो ने मचाया धमाल! तिमाही नतीजों में ज़बरदस्त उछाल, मुनाफा ₹3570 करोड़ के पार

Wipro Q4 Results 2025 : विप्रो ने मचाया धमाल: चौथी तिमाही के दमदार नतीजों से शेयर में उछाल! शेयर बाजार में रिजल्ट्स सीजन की धूम मची हुई है। हर तरफ लिस्टेड कंपनियों के मार्च तिमाही के नतीजों का इंतजार है। इसी कड़ी में, दिग्गज कंपनी विप्रो ने बुधवार को वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही के शानदार नतीजे पेश किए। इन दमदार नतीजों की घोषणा से पहले ही विप्रो के शेयरों में तेजी देखने को मिली। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर विप्रो का शेयर आज लगभग डेढ़ फीसदी की बढ़त के साथ 247.50 रुपये पर बंद हुआ। इन नतीजों से निवेशकों में उत्साह का माहौल है और आने वाले दिनों में शेयर में और तेजी की उम्मीद है।

Wipro ने जारी किए Q4 नतीजे

मिडकैप आईटी कंपनी विप्रो ने चौथी तिमाही (Q4) के नतीजों का ऐलान कर दिया है। कंपनी ने स्टॉक एक्सचेंज को दी जानकारी में बताया कि जनवरी से मार्च की अवधि में उनका शुद्ध लाभ (नेट प्रॉफिट) 3569.9 करोड़ रुपये रहा। कंपनी की आय में भी पिछली तिमाही के मुकाबले इजाफा हुआ है, जो 22,504.2 करोड़ रुपये दर्ज की गई। पिछली तिमाही में यह आंकड़ा 22,208.3 करोड़ रुपये था। इस दौरान, विप्रो का ऑपरेटिंग मार्जिन भी सालाना आधार पर 1.1% बढ़कर 17.5% पर पहुंच गया।

विप्रो ने बताया कि उनकी आईटी सर्विसेज से होने वाली आय 2,596.5 मिलियन डॉलर रही। हालाँकि, यह तिमाही आधार पर 1.2% और सालाना आधार पर 2.3% कम है। स्थिर मुद्रा (कंसटेंट करेंसी) के संदर्भ में सेगमेंट रेवेन्यू में 0.8% की गिरावट आई है। अच्छी खबर यह है कि कुल बुकिंग स्थिर मुद्रा में तिमाही आधार पर 13.4% बढ़कर 3.96 बिलियन डॉलर हो गई। बड़ी डील (लार्ज डील) की बुकिंग में भी 48.5% की शानदार बढ़ोतरी हुई है, जो 1.76 अरब डॉलर तक पहुंच गई है। ऑपरेटिंग कैश फ्लो 3,746.5 करोड़ रुपये रहा।

Wipro ने गाइडेंस में किया बदलाव

विप्रो का रेवेन्यू अनुमान: गिरावट और एट्रीशन में सुधार विप्रो ने अपने राजस्व (Revenue) के अनुमान में बदलाव किया है. कंपनी ने वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही के लिए -1.5% से -3.5% की गिरावट का अनुमान जताया है. पहले यह अनुमान -1% से +1% तक था. इसका मतलब है कि विप्रो को राजस्व में कमी आने की आशंका है. वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में, कंपनी का तिमाही अनुमान स्थिर मुद्रा (Constant Currency) के मामले में -1% से +1% के बीच था. हालांकि, आईटी कंपनी विप्रो ने एक अच्छी खबर भी दी है. कंपनी ने बताया कि कर्मचारियों के नौकरी छोड़ने की दर (Attrition Rate) में गिरावट आई है. मार्च तिमाही में यह दर 15% रही, जबकि दिसंबर तिमाही में यह 15.3% थी. इसका मतलब है कि विप्रो के कर्मचारी कंपनी में ज्यादा टिक रहे हैं, जो कंपनी के लिए एक सकारात्मक संकेत है

नतीजों से पहले चमका Wipro शेयर

विप्रो के शेयरों में आज तेजी देखी गई क्योंकि कंपनी जल्द ही चौथी तिमाही के नतीजे घोषित करने वाली है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर विप्रो का शेयर लगभग 1.5 प्रतिशत बढ़कर बंद हुआ। शेयर की 52 सप्ताह की उच्चतम कीमत 324.55 रुपये है, जबकि एक साल का सबसे कम स्तर 208.40 रुपये रहा है। हालांकि, शेयर 2025 में अब तक लगभग सपाट ही रहा है। पिछले दो सालों में इस शेयर ने 27% का रिटर्न दिया है। एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विप्रो का मार्केट कैप 2,55,629 करोड़ रुपये है। निवेशकों को उम्मीद है कि चौथी तिमाही के नतीजे सकारात्मक रहेंगे, जिसके चलते शेयरों में यह उछाल देखने को मिला है।